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सोमेश्वर की गुमशुदा महिला का 23 दिनों तक भी सुराग नहीं, बेटे ने किया भावुक ट्वीट!

सोमेश्वर की गुमशुदा महिला

लापता महिला का 23 दिनों से नहीं मिल पाया कोई सुराग।

वैसे तो उत्तराखंड में आए दिन लापता महिलाओं की खबरें हम देखते आ रहे हैं, हाल ही में चौखुटिया, रानीखेत और उत्तरकाशी में हुए लव जिहाद के मामलों से भी कोई अछूता नहीं रहा है, लेकिन उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के सोमेश्वर क्षेत्र की महिला जोकि 21 जून को घास काटने के लिए जंगल गई और तब से लापता है आज इस घटना को 23 दिन हो गए हैं लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिल रहा है। (सोमेश्वर की गुमशुदा महिला)

गुमशुदा महिला के बेटे ने किया भावुक ट्वीट

कल 12 जुलाई को लापता महिला के पुत्र ने ट्वीट कर उत्तराखण्ड पुलिस, विधायक और कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और डीएम अल्मोड़ा को टैग करते हुए एक ट्वीट किया जिसमें उसने लिखा

लापता महिला के पुत्र का ट्वीट 👉 “आज 22वा दिन है। मेरी माता को लापता हुऐ। काफी ढूंढ – खोज के बाद कहीं से किसी भी प्रकार की जानकारी हासिल नही हो पायी है घर की स्थिति दयनीय है। क्या पुलिस प्रशासन इस घटना की भली भांति जांच कर रही हैं।।”

इस ट्वीट के जवाब में अल्मोड़ा पुलिस ने अपने आफिशियल ट्वीटर एकाउंट से रिप्लाई दिया

अल्मोडा पुलिस का रिप्लाई 👉 ” सोमेश्वर पुलिस द्वारा हर दृष्टिकोण से जांच कर गुमशुदा महिला की तलाश की जा रही हैं। लाभप्रद सूचना प्राप्त होने पर अवगत कराया जाएगा।”

ट्वीट रिट्वीट का सिलसिला जारी रहेगा लेकिन असल बात यह है कि क्या 23 दिनों तक महिला का पता न लग पाना छोटी बात है? क्षेत्र की जनता को अपने बीच से लापता हुई महिला के प्रति कोई संवेदना नहीं है? क्या वो इतने असंवेदनशील या फिर अकर्मण्य हो चुके हैं कि शासन-प्रशासन पर दबाव भी नहीं बना सकते? (सोमेश्वर की गुमशुदा महिला)

गुमशुदा महिला को लेकर क्षेत्र में चल रही हैं अलग-अगल कहानियां

क्षेत्र में हर व्यक्ति अपने हिसाब से एक कहानी बनाकर इस गंभीर मामले का मजाक उड़ा रहा है और पुलिस सहयोग और सबूतों के आभाव में चाहकर भी कुछ नहीं कर पा रही है, कोई कह रहा है जंगली जानवरों का शिकार बन गई, तो कोई कह रहा है मिल गई, कोई कह रहा है किडनैप हो गया तो कोई अलग-अगल मनगढंत कहानियां सुना रहे हैं।

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सोमेश्वर की गुमशुदा महिला की गुमशुदगी पर हमें क्या लगता है वह भी जानिए।

हम गुमशुदगी के मामलों के एक्सपर्ट तो नहीं हैं लेकिन फिर भी हमें जो लगता है उसपर बात करते हैं

1 – लापता महिला को किसी भी जंगली जानवर ने कोई नुकसान नहीं पहुंचाया होगा क्योंकि हमारे क्षेत्र में एनाकोंडा या विशालकाय जीव तो रहते नहीं हैं जो इंसान को कपड़े सहित निगल ले और डकार भी न ले।

2- जंगलों में इतने दिनों तक बिना खाए जीवित रहने की संभावना भी नजर नहीं आ रही है और ग्रामीणों और सोमेश्वर पुलिस ने आसपास का लगभग सारा जंगल छान मारा कोई सुराग नहीं मिला इससे यह स्पष्ट है कि जंगलों में होना नामुमकिन ही है।

3- उम्र 45 वर्ष के पास होने के कारण हम प्रेम-प्रसंग पर चर्चा करना ठीक नहीं समझते क्योंकि इसकी संभावनाएं बहुत कम हैं और अगर ऐसा कुछ है तो उसकी जानकारी मोबाइल की काॅलडिटेल निकालकर मिल ही जाएगी

4- थोड़ी बहुत संभावनाएं ऐसी भी लग रही हैं कि यह घटना मानवतस्करी का भी हो सकता है, क्या पता किसी ने कोई चीज़ सुंघाकर अपने वश में कर लिया हो या बेहोश कर दिया हो ताकि बाहर ले जाकर अंगतस्करी का काम किया जा सके।

( नोट – यह हमारे व्यक्तिगत विचार हैं इसपर अमल करना या न करना आपके विवेक पर निर्भर करता है)

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सबसे महत्वपूर्ण काम जो पुलिस और क्षेत्रीय जनता को करना चाहिए।

पुलिस को चाहिए कि सबसे पहले वो क्षेत्र में एक बृहद सत्यापन अभियान चलाए, जिसमें बाहरी लोगों का वैरीफिकेशन कराए और गहन तलाशी की जाए, क्योंकि सोमेश्वर में बाहरी लोगों का दबदबा बढता जा रहा है जोकि पूरे क्षेत्र के लिए खतरे की घंटी के समान है।

जनता को चाहिए कि वो सबसे पहले शासन-प्रशासन पर दबाव बनाएं, इसघटना की जानकारी अधिक से अधिक संख्या में सोशल मीडिया साइट में शेयर करें और क्षेत्र के विधायक से लेकर मुख्यमंत्री को टैग करैं।

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error: थोड़ी लिखने की मेहनत भी कर लो, खाली कापी पेस्ट के लेखक बन रहे हो!