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नीमकरौली बाबा के भक्तों को लूट रहे हैं टैक्सी ड्राइवर!

नीमकरौली बाबा आश्रम का स्थापना दिवस।

15 जून को कैंची धाम में नीमकरौली बाबा आश्रम के स्थापना दिवस के शुभ अवसर पर आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए देश-विदेशों से श्रद्धालु जनपद नैनीताल के भवाली स्थित कैंची धाम आश्रम में दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं, शासन प्रशासन की तैयारियां नाकाफ़ी नजर रही हैं, आए दिन यहां जाम में फंसकर लोग काफी समस्याओं का सामना कर रहे हैं, स्थानीय लोगों को भी काफ़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा

इस लेख में आज हम बात करेंगे टैक्सी चालकों द्वारा की जाने वाली एक ऐसी लूट की जो आस्था और श्रद्धा पर भारी पड़ रही है।

टैक्सी ड्राइवरों की लूट

जहां एक तरफ श्रद्धालु देश-विदेश से बाबा नीम करौली का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए पहुंच रहे हैं और उत्तराखंड के कुमाऊँ आंचल के लोगों के व्यवसाय को बढावा देने तथा क्षेत्र को विकसित कराने में अपना योगदान दे रहे हैं वहीं लोकल के कुछ टैक्सी ड्राइवर इन श्रद्धालुओं  से तीन सामान्य के मुकाबले तीन से चार गुना तक किराया वसूलने का घिनौना काम कर रहे हैं, उन्हें न तो शासन-प्रशासन का डर है और न भगवान का।

जानिए क्या है मामला

श्रद्धालू ट्रेनों और बसों से अपनी क्षमतानुसार हल्द्वानी पहुंच रहे हैं, हल्द्वानी से कैंची धाम की तरफ जाने के लिए बसों की संख्या कम होने के कारण उन्हें मजबूरी में टैक्सी का सहारा लेना पड़ रहा है, कुछ टैक्सी ड्राइवर इसी का फायदा उठाकर श्रद्धालुओं को लूटने का काम कर रहे हैं।

हल्द्वानी से भवाली-भीमताल और कैंची धाम का सामान्य किराया 100-120 रूपये होता है लेकिन मौके का फायदा उठाकर टैक्सी चालक आपस में गुट बनार श्रद्धालुओं को गाड़ी न होने की बात कहकर बुकिंग का दबाव बना रहे हैं और प्रति सवारी हजार से ₹1500 तक वसूलने का काम कर रहे हैं और 5- 7 सीट वाली गाड़ियों में 10-12 लोगों को ठूस-ठूसकर ले जाया जा रहा है और अपने कच्चे लालच के लिए श्रद्धालुओं की जान जोखिम में डालने का काम किया जा रहा है लेकिन शासन-प्रशासन इस लूट से बिल्कुल ही अनजान है।

नीमकरौली बाबा आश्रम ।

आपको बता दें कि साल 2022 में महान क्रिकेटर विराट कोहली अपनी पत्नी अनुष्का के साथ यहां आए थे उसके बाद से कैंची धाम में साल भर श्रद्धालुओं का तां तां लगा रह रहा है, देश विदेश में बाबा जी के चमत्कारों की चर्चा हो रही है और लोग अपनी किस्मत सवारने के लिए कैंची धाम आश्रम पहुंच रहे हैं।

शासन-प्रशासन नीमकरौली बाबा के भक्तों के साथ हो रही लूट से अनजान क्यों है?

सबसे बड़ा सवाल यही है कि शासन-प्रशासन टैक्सी चालकों द्वारा किए जा रहे इस लूट से अनजान क्यों है, क्या शासन प्रशासन जानबूझकर टैक्सी चालकों को श्रद्धालुओं की जान जोखिम में डालने तथा उन्हें लूटने की खुली छूट दे रहा है या फिर उन्हें भी इसका हिस्सा पहुंच रहा है?

नीमकरौली बाबा के भक्त क्या संदेश लेकर जा रहे हैं उत्तराखंड से?

सीजन के नाम पर जिस प्रकार से टैक्सी ड्राइवर श्रद्धालुओं को लूट रहे हैं उनकी जेबें ढीली कर रहे हैं उससे पूरे देश और दुनिया में एक गलत संदेश जा रहा है, लोगों का कहना है कि उत्तराखंड में लूट मची हुई है यहां हर व्यक्ति ठग है। क्या आप चाहेंगे कि हमारे उत्तराखंड वासियों का नाम देश और दुनिया में ठगों और लुटेरों की श्रेणी में आए?  अगर आप ऐसा नहीं चाहते हैं तो इस लूट का विरोध करें और सरकार से ऐसे टैक्सी चालकों पर लगाम लगाने के लिए दबाव बनाएं।

error: थोड़ी लिखने की मेहनत भी कर लो, खाली कापी पेस्ट के लेखक बन रहे हो!