फूलदेई छम्मादेई गीत
कुछ गाने अमर हो जाते हैं उन्हें एडवर्टाइजमेंट की जरूरत नहीं होती, वो खुद ही वायरल हो जाते हैं, आज हम जिस गीत की बात कर रहे हैं वह है फूलदेई का गीत जोकि हर साल फूलदेई के त्यौहार के दिनों हर व्यक्ति की जुबान पर होता है, जिसे गाया है प्रसिद्ध लोकगायक जगदीश आगरी जी ने।
इस गाने का टाइटल है ‘फूलदेई छम्मादेई’,
इसमें म्यूजिक दिया है – विनोद थपलियाल जी ने और इसे गाया है जगदीश आगरी जी ने आपको बता दें कि यह गाना यूके म्यूजिक इंडिया के बैनर तले बना है तथा उनके आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर 22 अगस्त 2017 को रीलिज हुआ है।
फुलदेई का गीत और बोल
फूल देई छम्मा देई जदूगैं देला उदूगै सही। बार मैहण में ऐ रौछौ त्यारै नानतिन एरिना धेई ।
फुली बिरूड़ी आड़ू खुमानी, बुरांशी खिली उंची डानी। पैली त्यार पंचमीक आलौ लागलौ चैत फागुण जालौ।
चैतकौ मैहण एक पैट चेलिकौ सुर पराण मैत, फुलखाज-भिटोली आली रंगीलो लागी गोछौ चैत।
नानतिनूं फूलूंकी थाई गौंमेंजी ऐ रै फूलूंकी दिवाई, चाऊंव भरी थाई है रीनां हाथ में ल्हीरै गुड़की डई।
फूल देई छम्मा देई जदूगैं देला उदूगै सही।।
फूल-देई छम्मा-देई का त्योहार
आपको बता दें कि फूलदेई का त्योहार चैत्र माह के पहली तिथि यानी 1 पैट को आता है।
चैत्र माह के इस शुभ अवसर पर छोटे बच्चे गांव के सभी घरों की दहलीज पर फूल डालते हुए यह गीत गाते हैं,
इसके बदले उन्हें मिलता है ढेर सारा प्यार और साथ में चावल – गुड़ और कुछ पैसे।
आपको बता दें कि इस चावल और गुड़ से तैयार किया जाता है बच्चों का पसंदीदा पकवान “फूलखाज“।
हालांकि फूलदेई पर बहुत सारे गाने और वीडियोज बने हुए हैं
पर जगदीश आगरी जी द्वारा जो फूलदेई का गीत बनाया गया है उसमें जो भावनात्मक जुडाव नजर आता है वो शायद ही किसी और गीत में दिखाई देता हो।
इस खूबसूरत गाने के लिए हम जगदीश आगरी जी तथा यूके म्यूजिक इंडिया की पूरी टीम का धन्यवाद अदा करते हैं।
वीडियो यहां देखें – https://youtu.be/W9P2wzyGRRw
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