अल्मोड़ा पिथौरागढ लोकसभा चुनाव ॥
अल्मोड़ा-पिथौरागढ लोकसभा में टिकट को लेकर कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता असमंजस की स्थिति में हैं, कांग्रेस का एक तबका इस बार नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य को अपना उम्मीदवार बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं तो दूसरा तबका पूर्व राज्यसभा व लोकसभा सांसद प्रदीप टम्टा की उम्मीदवारी की आस लगाए बैठा है।
यह सुगबुगाहट बहुत पहले से ही हो रही थी लेकिन जब से भाजपा ने एक बार फिर सांसद अजय टम्टा को मैदान में उतारने का निर्णय लिया है उसके बाद कांग्रेस में जोरदार हलचल नजर आने लग गई है।
क्या यशपाल आर्य अल्मोड़ा-पिथौरागढ लोकसभा से चुनाव लड़ना चाहते हैं?
कांग्रेस के समर्थकों के पूछने पर नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य इस सवाल पर गोलमोल जवाब देते नजर आ रहे हैं उनकी मंशा नैनीताल लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की है परंतु सामान्य सीट पर उन्हें उतारकर पार्टी जोखिम उठाना नहीं चाहेगी, संभव यही है कि नैनीताल की जगह उन्हें अल्मोड़ा-पिथौरागढ लोकसभा से चुनाव लड़ने को कह दिया जाए। परंतु विधानसभा चुनावों के दौरान उन्हें नेता प्रतिपक्ष बनाने के लिए पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा ने पहल की थी, ऐसे में लोकसभा चुनावों में उनका टिकट काटकर मैदान में उतरना इतना आसान तो नहीं होगा, लेकिन पार्टी का आदेश होगा तो वो पीछे हटने वाले भी नहीं हैं।
प्रदीप टम्टा चुनाव लड़ने को लेकर क्या चाहते हैं?
वैसे तो पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा लोकतंत्र के तीनों सदनों के सदस्य बन चुके हैं परंतु राजनीति में बने रहने व अपने मुद्दों को रखने के लिए उन्हें फिर भी कोई तो सदन चाहिए ही होगा, इसीलिए वो पिछले डेढ सालों से लोकसभा क्षेत्र का भ्रमण भी कर रहे हैं और जनमुद्दो पर आवाज भी उठा रहे हैं, इससे लगता तो यही है कि वो चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी कर रहे हैं।
हालांकि पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा ने हमेशा पार्टी के आदेशों का ही पालन किया है और वो हर साक्षात्कार में यही कह रहे हैं कि पार्टी का आदेश होगा तो चुनाव लड़ेगे और सभी जानते हैं कि उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का समर्थन प्राप्त है और उत्तराखंड की राजनीति पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी के इशारों पर तय होती है ॥