टनकपुर-बागेश्वर रेललाइन को लेकर राजनीति गरमाई!
अंग्रेजों के समय से आज तक टनकपुर-बागेश्वर रेललाइन पर नजाने कितनी बार सर्वे हो चुका है, लेकिन कुमाऊं की लाइफलाइन बनने वाली इस परियोजना पर काम आज तक नहीं हो पाया है।एक बार फिर चुनाव से ठीक पहले टनकपुर से बागेश्वर वाली रेल लाइन को लेकर आवाज़ उठने लगी है।
पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा ने सरकार पर लगाए अनदेखी के आरोप ।
पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा ने टनकपुर बागेश्वर रेल लाइन को लेकर मोदी सरकार पर अनदेखी का आरोप लगाया है, उन्होंने कहा है कि 15 वीं लोकसभा के दौरान जब वो सांसद थे उस वक्त उनकी सरकार ने टनकपुर-बागेश्वर रेल लाइन तथा ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन की एक साथ स्वीकृति दी गई थी
जिसमें ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेललाइन पर तो काम हो रहा है लेकिन बागेश्वर टनकपुर रेललाइन की मोदी सरकार अनदेखी कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि उस वक्त रामनगर से चौखुटिया रेल लाइन का भी प्रस्ताव तैयार था लेकिन सरकार बदलने के बाद बीजेपी ने इन सभी कामों की अनदेखी कर लोगों को आपस में बाटने पर अपना ध्यान केंद्रित कर दिया।
जानिए THE PAHAD की टीम से क्या कहा पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा ने
बागेश्वर-टनकपुर रेललाइन को लेकर जब हमने पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा जी से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि उक्त रेल लाइन बन जाने से बागेश्वर, चंपावत, अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ के लोगों को बहुत अधिक लाभ होगा, बागेश्वर में रेल पहुचते ही इन चारों जिलों के लोगों को बागेश्वर में ही मंडी मिल जाएगी, जिससे फसल की बिक्री के विकल्प खुल जाएंगे, खेती के सभी उपकरण, फर्टिलाइजर्स, बीज इत्यादि की कमी दूर हो जाएगी। पहाड़ के व्यापारियों को सारी चीजें बागेश्वर में ही मिल जाएंगी उन्हें हल्द्वानी और दिल्ली पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
रेल के आने से यात्रा भी सुगम हो जाएगी और उत्तराखंड बनाने का जो सपना हमने देखा था वो भी पूरा हो जाएगा।
पूर्व सांसद ने उत्तराखंड में हो रहे महिलाओं और दलितों के उत्पीड़ित का मुद्दा भी उठाया
साथ ही पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा ने कहा कि मोदी सरकार जनविरोधी नीतियों पर काम कर रही है, प्रदेश में महिलाओं व अनुसूचित जाति के लोगों के साथ अत्याचार बढते जा रहे हैं और सरकार ऐसे असामाजिक तत्वों पर अंकुश लगाने में असमर्थ हो रही है या उनके सम्मुख नतमस्तक नजर आ रही है।
वर्तमान में टनकपुर-बागेश्वर रेललाइन पर तत्परता के साथ काम होने की आवश्यकता है।
टनकपुर-बागेश्वर रेललाइन पर तेजी के साथ काम होने की आवश्यकता है और साथ ही रामनगर-चौखुटिया रेलमार्ग पर भी काम शुरु हो जाए तो आने वाले दिनों में बागेश्वर से चौखुटिया व कर्णप्रयाग के लिए रेललाइन का रास्ता भी साफ हो जाएगा जिससे उत्तराखंड में पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिलेगा।।
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